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चंद शब्दों के ब्लॉग पर

होली का त्यौहार यहू तो रंगों का त्यौहार है रंगों के साथ साथ यहे त्यौहार है एक दुसरे से मिलने का आपसी रिश्ते नाते निभाने का लोग होली से डरते भी है क्योकि रंगों की पकड़ ऐसी होती है की सालो साल नहीं जाती है यह त्यौहार है अपने प्रेमी का और अपने प्रेम के आगाज करने का इस दिन का युवाओ को बेसब्री से इंतज़ार रहता है इसका सीधा सम्बन्ध है कृष्ण से उनके साथ भी गोपिया खूब होली खेलती थी मथुरा में आज भी होली को बड़ी धूम धाम से बनाया जाता है
होली पर मेरी तरफ से सभी ब्लॉग पढने वालो को होली की शुभकामनाये
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